आज नए साल के मौके पर मुंगेर व बांका जिले के सीमा पर अवस्थित तेलडीहा दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना करने को लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भारी भीड़, जय माता दी की जयघोष से गूंजा पूरा मंदिर परिसर। लोगों ने मंगल कामना करते हुए साल बीतने की मनोकामना की। वही सुरक्षा व्यवस्था के भी थे कड़े इंतजाम. जगह जगह पर की गई थी पुलिस बलों की तैनाती।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल आज नया साल का पहला दिन लोग भगवान के दर्शन कर शुभ मंगल की शुरुआत करना चाहते है. इसी क्रम में मुंगेर एवं बांका जिले की सीमा पर अवस्थित प्रसिद्ध तांत्रिक शक्ति सिद्धपीठ तेलडीहा दुर्गा मंदिर में आज नए साल के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मां भगवती की पूजा अर्चना की. पूजा अर्चना के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ पड़ा था. लोग मंगल कामना करते हुए साल के बीतने की मनोकामना की। वही इस को लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे. जगह-जगह पर वेरीगेटिंग के साथ-साथ पुलिस बलों की तैनाती की गई थी तभी किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना ना कर सके।
वही बताते चलें कि तेलडीहा दुर्गा मंदिर में मां भगवती की पूजा अर्चना बंगाली रीति रिवाज से की जाती है इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1603 में बंगाल राज्य के शांतिपुर जिले के दालपोसा गांव के हरवल्लभ दास ने तांत्रिक विधि से किया था. वर्तमान में उन्हीं के वंशज इस मंदिर के मेढ़पति भी हैं। वही पूजा अर्चना करने आए श्रद्धालुओं ने बताया कि आज साल का पहला दिन है जिसको लेकर हम लोग मां तेलडीहा बाली के दरबार में आए हैं। यहां ऐसा मान्यता है कि माता से जो भी सच्चे मन से मांगा जाए वह मुरादे पूरी होती है। उसी को लेकर हम लोग आए हैं और मंगल कामना करते हुए साल के बीतने की मनोकामना के साथ साथ परिवार व सुख शांति के लिए माता से मन्नत मांगे है।