मछुआरे के जाल में फंसा बड़ा मगरमच्छ, लोगों ने किया ऐसा काम की जानकर आप हो जाएंगे हैरान

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मुंगेर में गंगा पार हरिनमार दियारा में मछुआरे के जाल में विशाल मगरमच्छ फंस गया। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद मछुआरों ने मगरमच्छ को जाल से बाहर निकाला। और वन विभाग को इसकी जानकारी दी।

कैसे हुई घटना

दरअसल मुंगेर जिला अंतर्गत गंगा पार हरिनमार पंचायत के दियारा क्षेत्र में जब गंडक नदी की धार से निकले एक विशाल मगरमच्छ मछुआरे के जाल में फंस गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। मछुआरा जब रोज की तरह मछली पकड़ने के लिए गंडक नदी की एक उपधारा में जाल डाल रहा था, तभी अचानक उसे जाल में भारी खिंचाव महसूस हुआ। पहले तो उसने सोचा कि बड़ी मछलियां फंस गई हैं, लेकिन कुछ ही क्षणों में पानी की सतह पर एक विशाल मगरमच्छ दिखाई दिया। यह देखते ही मछुआरे और आसपास मौजूद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।

जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिनों से गंगा और गंडक नदी में उफान आने के कारण कई बार ऐसे जलीय जीव गांवों की ओर बहकर आ जाते हैं। बाढ़ जैसे हालात में ये मगरमच्छ और घड़ियाल अपने प्राकृतिक आवास से निकलकर खेतों, पोखरों या दियारा क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार यह पहली बार नहीं है जब ऐसा कोई मामला सामने आया हो। इससे पहले भी कई बार बाढ़ के समय मगरमच्छ गांवों तक आ चुके हैं। जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बन जाता है।

वन विभाग की कार्रवाई

वही इस को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मगरमच्छ को जाल से बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मछुआरा और अन्य ग्रामीणों ने मिलकर किसी तरह मगरमच्छ को पानी से बाहर खींचा और उसे मजबूत रस्सी से बांध दिया। घटना की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी गई। मौके पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और मगरमच्छ को देखने के लिए भीड़ लग गई। ग्रामीणों का कहना था कि इतना बड़ा मगरमच्छ उन्होंने पहली बार देखा है।

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ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना देते हुए आग्रह किया कि मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा जाए, ताकि वह किसी को नुकसान न पहुंचा सके। वन विभाग की टीम के पहुंचने के बाद मगरमच्छ को अपने कब्जे में लिया गया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

ग्रामीणों की मांग

सहालांकि इस मामले में पहले के समय में जब ऐसे जलीय जीव गांव में घुस आते थे, तो लोग उन्हें मार देते थे। लेकिन अब जागरूकता बढ़ने के कारण लोग ऐसा नहीं करते है। लोग अव तुरंत वन विभाग को इस की सूचना देते हैं, ताकि उन जीवों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जा सके। लोगों ने कहा कि यह सभी के लिए एक सकारात्मक बदलाव है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि बाढ़ के समय विशेष निगरानी रखी जाए और ऐसे क्षेत्रों में वन विभाग की टीम को सक्रिय रखा जाए।

इस घटना के बाद ग्रामीणों में एक ओर जहां राहत की सांस है कि मगरमच्छ को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित निकाला गया, वहीं दूसरी ओर दहशत भी बनी हुई है कि कहीं और भी ऐसे जलीय जीव गांवों में न पहुंच जाएं। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी जलीय जीव को देखने पर तुरंत सूचना देने की अपील की है।

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