मुंगेर में बाढ़ पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे को लेकर राजनीतिक गहराने लगी है। जहां राजद के द्वारा धरना प्रदर्शन और ग्रामीणों के द्वारा सड़क जाम कर मुआवजे की मांग किया जा रहा है। तो वही भाजपा विधायक ने राजद के द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन को मुद्दा विहीन राजनीतिक करार दिया है। और विधायक ने अंचल कार्यालय के कर्मियों पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप भी लगाया है।
बरियारपुर में सड़क जाम और धरना प्रदर्शन
दरअसल मुंगेर जिला में आई बाढ़ के बाद सरकार के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को 7 हजार रुपया प्रत्येक परिवार के हिसाब से मुआवजा दिया गया है । पर बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि कई ऐसे लोग है जिनको मुआवजा नहीं मिला है। और तो और अब विधान सभा चुनाव के नजदीक आते ही विपक्ष भी इस मुद्दे को अब चुनावी मुद्दा बनाकर अपनी राजनीतिक को दिशा देने में लगी है। ताजा मामला में बरियारपुर प्रखंड में जहां बाढ़ पीड़ितों के द्वारा नेशनल हाईवे जाम कर छुटे हुए बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग सरकार से कर रही है। तो वहीं इन बाढ़ पीड़ितों के समर्थन में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं के द्वारा पूर्व राजद के मुंगेर विधान सभा प्रत्याशी मुकेश कुमार के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिलवाने को लेकार मोर्चा खोल दिया है। और बरियारपुर में सभी धरना पर बैठ गए है। और कहा कि जब तक बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिल जाती तब तक वे आंदोलन करेंगे। जिससे अब इसे चुनावी रंग देने में विपक्षी जुट गए है।
राजद का आरोप- भ्रष्टाचार ने बिगाडी व्यवस्था
राजद पूर्व प्रत्याशी मुकेश यादव ने कहा कि बाढ़ मुआवजा वितरण में घोर अनियमितता बरती जा रही है। विभाग के भ्रष्टाचार का यह आलम है कि किसी घर में तीन तीन लोगों को मुआवजा तो किसी घर में एक भी व्यक्ति को मुआवजा की राशि नहीं पहुंची है । तो वहीं इस मामले में मुंगेर भाजपा विधायक ने बताया कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। इस कारण वह मुआवजे को लेकर अपनी राजनीतिक सेंक रही है । जबकि विधायक ने भी माना कि अंचल कार्यालय में बिचौलियों के द्वारा और कर्मियों के द्वारा कुछ उलट फेर किया गया है ।
जिलाधिकारी से co पर कार्रवाई करने को उन्होंने ने मांग की है। वही उन्होंने कहा कि अब तक 35 हजार बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा के लिए नाम भेजा गया है। जिसमें से मात्र 4400 लोग ही बांकी है। जिसका नाम जोड़ा जा रहा है। राजद जनता को बरगलाने के लिए माई बहन योजना का फार्म भरवा रही है । जबकि इसका पैसा वो कहां से देगी।
ये योजना सरकार के केबिनेट से पास होता है और ये तो विपक्ष में बैठकर मुद्दा विहीन राजनीतिक कर रहे है। बिहार में नीतीश कुमार की सरकार के द्वारा काफी अच्छा कार्य हो रहा है।