मुंगेर में समाधान यात्रा को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार मुंगेर पहुंचे, जहा सफियाबाद स्थित हवाई अड्डा पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से किया स्वागत।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार समाधान यात्रा को लेकर हेलीकॉप्टर से मुंगेर के साफ़ियाबाद स्थित हवाई अड्डा पहुंचे जहाँ पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया उसके बाद वो वहाँ से जमालपुर प्रखण्ड स्थित बांक पंचायत के गुलालपुर गांव पहुंचे, पहले तो उन्होंने गांव का भर्मण किया उनके बाद उन्होंने उस गांव में 16 लाख कि लागत से बने मुंगेर का पहला प्लास्टिक कचरा प्रबंधन यूनिट का यूनिट का उद्घाटन किया उसके बाद पास में बने पाल हाउस में भेड़ के उन से कम्बल बनाने के लिए विधुत चालित हस्तकरघा जीविका कि बहनों को दिया।
उसके बाद वो बांक पंचायत स्थित मंगरा पोखर पहुंचे जहां पर उन्होंने जल जीवन हरियाली योजना के तहत मंगरा पोखर के सजावट और वहाँ पर जीविका दीदियों द्वारा बनाये गए उत्पादों के स्टॉल का निरीक्षण किया इसके पूर्व उन्होंने मंगरा पोखर स्थित विद्यालय और आदर्श आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया।इनसब के बाद वो वहाँ के ग्रामीणों से मिले उसके बाद वो सदर प्रखण्ड स्थित नन्दलाल गांव के पास स्थित 96 एकड़ में 231करोड़ 88 लाख 32 हजार कि लागत से बने वानिकी कॉलेज का उद्घाटन किया,इस कॉलेज का शिलान्यास 25 दिसंबर 2019 को माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही किया था और आज 3 सालों बाद नीतीश कुमार के हांथो ही हुआ।
बिहार का यह कॉलेज अपने आप मे बिल्कुल ही अलग तरह का कॉलेज है।यह कॉलेज पर्यावरण और कृषि शिक्षा का अधुनिक केन्द्र है,इसकी सुंदरता और व्यवस्था देखते ही बनता है।वानिकी कॉलेज में एमएससी फारेस्ट्री, बीएससी फारेस्ट्री, एमएससी पर्यावरण विज्ञान में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई होगी साथ ही शोधकर्ता यहां शोध भी कर सकेगें।राज्य के सरकार द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से इसके लिए छात्रों का चयन किया जाएगा. मुंगेर का यह वानिकी कॉलेज बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के अधीन है. कॉलेज के अस्तित्व में आने से मुंगेर ही नहीं बल्कि राज्यभर में वानिकी को बढ़ावा मिलेगा. युवा पीढ़ी वन विकास के लिए प्रेरित होंगे।इस कार्यक्रम के बाद वो किला परिसर स्थित प्रेक्षागृह में जीविका दीदियों से संवाद किया।इसके बाद उन्होंने संग्रहालय के सभागार में सभी बिभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक,समीक्षा बैठक के बाद वो सड़क मार्ग से लखीसराय के लिए रवाना हो गए।