मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत सरवन बाजार स्थित संजय रेस्ट हाउस में उस समय हड़कंप मच गया, जब वहां के कमरा संख्या 9 में एक युवक का शव बरामद हुआ। यह शव लखीसराय जिले के अभयपुर गांव निवासी सुनील कुमार दास का था। मृतक दो दिन पूर्व, यानी 31 मई को रेस्ट हाउस में ठहरने आया था। शव मिलने की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर उमड़ पड़ी और हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि आखिर यह मौत कैसे हुई।
रेस्ट हाउस कर्मियों की सूचना से खुला मामला
रेस्ट हाउस के प्रबंधक मनोज कुमार ने जानकारी दी कि सुनील कुमार दास ने 31 मई को रूम नंबर 9 बुक कराया था और तभी से वहीं ठहरा हुआ था। 1 जून की सुबह लगभग 8:30 बजे उसने नाश्ता किया और फिर अपने कमरे में चला गया, लेकिन उसके बाद से वह कमरे से बाहर नहीं निकला। कई बार आवाज देने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। गुरुवार की रात 9 बजे जब प्रबंधक ने पैसे मांगने के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाया, तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली और दरवाजा अंदर से बंद पाया गया।
शव से उठती दुर्गंध ने खोला रहस्य
शुक्रवार की सुबह जब होटल का एक अन्य कर्मचारी डब्बू कमरे की ओर गया, तो कमरे से तेज दुर्गंध आ रही थी। यह देख उसके होश उड़ गए और तुरंत ही इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का नज़ारा देख सब दंग रह गए। सुनील कुमार दास का शव बिस्तर पर पड़ा था, जिससे तेज बदबू आ रही थी। यह स्पष्ट हो गया कि मौत दो-तीन दिन पहले ही हो चुकी थी।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया। साथ ही परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। जैसे ही यह सूचना मृतक के परिवार को मिली, वह लोग तुरंत लखीसराय से मुंगेर पहुंचे। परिवार वालों ने बताया कि सुनील कुमार दास अभयपुर महाटोला का निवासी था और वह पेशे से डीलर था। उसके घर में ही दुकान चलती थी।
10 दिन पहले निकला था घर से, फिर नहीं लौटा
परिजनों ने बताया कि सुनील 23 मई को किसी काम के सिलसिले में घर से निकला था। 26 मई को उससे अंतिम बार फोन पर बातचीत हुई, लेकिन इसके बाद से उसका मोबाइल लगातार व्यस्त आने लगा। परिवार को चिंता तो जरूर हुई, लेकिन यह सोचकर शांत रहे कि वह पहले भी बिना बताए कुछ दिनों के लिए बाहर चला जाता था और एक हफ्ते या दस दिन में लौट आता था। लेकिन इस बार उसकी वापसी एक दुखद खबर लेकर आई।
छोड़े हैं पीछे सात बच्चे, परिवार सदमे में
परिवार वालों ने बताया कि सुनील के पांच बेटियाँ और दो बेटे हैं। घर में सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी बेसुध हो चुकी है और बच्चे समझ नहीं पा रहे हैं कि अब उनका क्या होगा। एक सामान्य और शांत जीवन जीने वाला यह व्यक्ति आखिर किन परिस्थितियों में इस तरह होटल के कमरे में मृत मिला, यह अब भी एक रहस्य बना हुआ है।
न आत्महत्या की पुष्टि, न हत्या के संकेत
पुलिस इस मामले को गंभीरता से जांच रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आत्महत्या थी या किसी साजिश के तहत की गई हत्या। कमरे से किसी प्रकार का सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। परिजनों ने भी किसी प्रकार की दुश्मनी या पारिवारिक विवाद की बात से इनकार किया है। न ही मृतक मानसिक तनाव से जूझ रहा था, ऐसी कोई जानकारी सामने आई है।
पुलिस जांच में जुटी, CCTV खंगालने की तैयारी
पुलिस ने रेस्ट हाउस के कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी है और रजिस्टर में दर्ज जानकारी की भी जांच कर रही है। रेस्ट हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने की तैयारी चल रही है, जिससे पता चल सके कि मृतक के कमरे में कोई और गया था या नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट हो पाएगा।
स्थानीय लोगों में भय और चिंता का माहौल
इस घटना के बाद से सरवन बाजार क्षेत्र के लोगों में भय और चिंता का माहौल है। होटल में इस तरह की घटना ने सबको झकझोर दिया है। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि एक सामान्य दिखने वाला व्यक्ति आखिर किस हालात में इस दर्दनाक अंत तक पहुंचा। स्थानीय प्रशासन से लोगों ने अपील की है कि मामले की सघनता से जांच हो और यदि इसमें किसी की संलिप्तता हो तो उसे सख्त सजा मिले।