मुंगेर जिला अंतर्गत विभिन्न गंगा घाटों पर सिंह नक्षत्र के इतवार को महिलाओं ने किया गंगा स्नान व पुत्र लाभ व परिवार के स्वास्थ्य कामना के लिए की पूजा-अर्चना । दिन भर उपवास रहने के बाद घाट पे फल ग्रहण कर तोड़ा उपवास।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर में पुत्र लाभ व परिवार के स्वास्थ्य कामना के लिए महिला श्रद्धालुओं ने मुंगेर जिला के तीन प्रमुख कष्ट हरनी गंगा घाट , बबुआ घाट और सोझी घाट के अलावा अन्य गंगा घाटों पर सिंह नक्षत्र के इतवार को ले किया व्रत । महिलाओं श्रद्धालुओं ने सबसे पहले गंगा स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। तो वहीं कई महिलाएं गंगा तट पर धूप दान कर रही थी तो कई महिलाएं सिंदूर की श्रृंगारी कर पूजाअर्चना की। घाट पर ही फल-फूल का भोग लगाकर व्रत किया।
आज दोपहर से ही दूर दराज के इलाके और जहां गंगा नही है वहां से भी से ट्रेनों तथा निजी वाहनों द्वारा श्रद्धालुओं घाट पे पहुंचे। श्रद्धालुओं ने घाट पर विधि विधान से मां गंगे की पूजा की। लोग हर हर गंगे के नारों के बीच गंगा में डुबकी लगाया। पूजा कर रही महिलाओं ने बताया कि सिंह की पहली इतवार को गंगा स्नान करने और पूजा करने से परिवार के लोग स्वस्थ रहते हैं। जिन महिला को समय बीतने और सभी उपाय के बावजूद पुत्र लाभ नहीं हो रहा है।
उन्हें मनोवांछित पुत्र की प्राप्ति होती है। साथ ही बताया की कई वर्षों से सिंह की इतवार को गंगा स्नान करने मुंगेर गंगा घाट आती हूं। गंगा तट पर पूजा-अर्चना के बाद फलाहारी करती हूं। उन्हें पुत्र-पुत्री सब कुछ है, लेकिन उनकी समृद्धि के लिए व्रत कर रही हूं। इस दौरान घाटों पे श्रद्धालु महिलाओं की खासा भिड़ देखी गई। जिसको ले गंगा घाट में व्यापक संख्या में एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर को जिला प्रशासन के द्वारा लगाया गया था ताकि किसी प्रकार के हादसा से निपटा जा सके।