मुंगेर पोलो मैदान में 30 अप्रैल से गृह रक्षक बहाली प्रक्रिया शुरू, 14,500+ अभ्यर्थियों की डिजिटल जांच, पारदर्शिता और सुरक्षा का खास ध्यान

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मुंगेर जिले के ऐतिहासिक पोलो मैदान में आगामी 30 अप्रैल 2025 से शुरू होकर 15 मई 2025 तक एक अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक प्रक्रिया संपन्न होने जा रही है। यह प्रक्रिया है गृह रक्षकों की शारीरिक दक्षता परीक्षा और स्वच्छ बहाली प्रणाली का, जिसमें पारदर्शिता, तकनीक और सुरक्षा की तीनों कसौटियों पर पूरी तरह खरा उतरने की तैयारी है।


14,500 से अधिक अभ्यर्थियों की होगी शारीरिक जांच

इस बार की बहाली प्रक्रिया में कुल 14,500 से अधिक अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं, जिन्हें उनके शारीरिक सक्षमता के आधार पर परखा जाएगा। इस बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी अत्यंत सुनियोजित ढंग से की है। पुरुष और महिला दोनों वर्गों के अभ्यर्थी इस जांच में भाग लेंगे। कुल मिलाकर 17,526 अभ्यर्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है जो कि मुंगेर जिले की 171 रिक्त सीटों को भरने के लिए प्रयासरत हैं।


पारदर्शिता और स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता

पूरी बहाली प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और स्वच्छ बनाए रखने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। हाईटेक उपकरण, डिजिटल निगरानी, और बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली के माध्यम से किसी भी प्रकार की अनियमितता की संभावना को समाप्त कर दिया गया है।


हाईटेक व्यवस्था: चिपयुक्त टी-शर्ट और डिजिटल ट्रैकिंग

इस बार की बहाली में एक विशेष व्यवस्था की गई है – प्रत्येक अभ्यर्थी को एक विशेष चिप लगी हुई टी-शर्ट पहनाई जाएगी। यह चिप सीधे कंप्यूटर प्रणाली से जुड़ी होगी, जिससे दौड़, कूद और अन्य गतिविधियों का डिजिटल रिकॉर्ड स्वतः संकलित होगा। यह व्यवस्था पूरी प्रक्रिया को स्वचालित और मानवीय हस्तक्षेप से मुक्त बनाती है।

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शारीरिक दक्षता जांच के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग

  • ऊंचाई मापन (Height Measurement) के लिए डिजिटल मीटर लगाए गए हैं, जिससे हर मिलीमीटर की गणना सटीकता से होगी।

  • लॉन्ग जंप (Long Jump) और हाई जंप (High Jump) के लिए लेज़र लाइट तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिससे सटीकता और पारदर्शिता बनी रहती है।

  • मैदान पर लगे कैमरे और सेंसर हर गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे।


डीएम और एसपी की सतत निगरानी

मुंगेर के जिला अधिकारी (DM) अवनीश कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक (SP) सैयद इमरान मसूद ने बहाली प्रक्रिया की तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं मैदान का दौरा किया, और डमी अभ्यर्थियों के माध्यम से डिजिटल सिस्टम की जांच भी की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस प्रक्रिया को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और दो पालियों में आयोजित

शारीरिक दक्षता जांच दो पालियों में आयोजित की जाएगी:

  • प्रथम पाली: सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक

  • द्वितीय पाली: दोपहर 12:00 बजे से रात 8:00 बजे तक

हर अभ्यर्थी को परीक्षा में शामिल होने से पहले आधार कार्ड आधारित बायोमेट्रिक जांच से गुजरना अनिवार्य होगा। इसके बिना किसी को भी मैदान में प्रवेश नहीं मिलेगा।


किसी भी प्रलोभन से बचें अभ्यर्थी

प्रशासन की स्पष्ट चेतावनी है कि किसी भी दलाल या बिचौलिए के झांसे में न आएं। पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी है, जिसमें किसी भी बाहरी हस्तक्षेप की कोई गुंजाइश नहीं है। यदि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई गई तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगी बहाली प्रक्रिया

प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पूरी बहाली प्रक्रिया शांतिपूर्ण और व्यवस्थित वातावरण में संपन्न हो। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, और पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट रहेगा।


निष्कर्ष

मुंगेर का पोलो मैदान इस बार केवल एक खेल मैदान नहीं, बल्कि सपनों की उड़ान भरने वाला स्थान बन गया है। हजारों युवा यहां अपना भविष्य संवारने आ रहे हैं, और प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा, पारदर्शिता और तकनीक के साथ निभाने की तैयारी कर ली है। यह पहल बिहार में बहाली प्रक्रिया के लिए एक नया मानक स्थापित करने जा रही है।

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