ठंड का मौसम आते ही खड़गपुर झील की प्राकृतिक खूबसूरती का दीदार करने पहुंचने लगे सैलानी। मुंगेर जिला सहित आसपास के कई जिलों से यहां आते हैं लोग, लेकिन संसाधनों का है घोर अभाव। खड़गपुर झील में पिकनिक मनाने वाले दूर दूर से आए लोग पिकनिक स्पॉट का आनंद उठाने के बाद शाम ढलते ही वापस लौट जाते हैं क्योंकि यहां रहने की नही है कोई व्यवस्था। लोगों ने सरकार से की खड़गपुर झील को और बेहतर बनाने की मांग।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर के हवेली खड़गपुर झील की प्राकृतिक खूबसूरती का दीदीर करने सैलानी पहुंचने लगे हैं, जैसा कि आप लोग जानते हैं की ठंड के दिनों में इस खुशनमे मौसम के बीच सैलानी भी खड़गपुर झील के प्राकृतिक का दीदार करने पहुंचने लगे. वहीं आज सैलानियों की काफी भीड़ खड़कपुर झील पर देखी गई. वही लोग अपने अपने मोबाइल के कैमरे में इस सुहानी प्राकृतिक वादियों,पहाड़,झील की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करते दिखे.वही अमूमन सैलानी अक्टूबर से लेकर फरवरी महीने तक झील की खूबसूरती निहारने पहुंचते हैं।पर इस बार लोग ठंड भरे मौसम का लुफ्त उठाने प्रकृति की गोद में बसा खड़गपुर झील पहुंचने लगे है. वहीं आज खड़गपुर झील में आसपास के कई जिले के सैलानी यहां पहुंचे. वही सैलानियों ने बताया की आसपास के एरिया में इस तरह की प्राकृतिक वादियों का नजारा देखने को नहीं मिलता, शहरों में धूल प्रदूषण शोर शराबा आदि से दूर खड़गपुर झील में सुकून भरे एहसास लेने के लिए पहुंच जाते हैं क्योंकि सरकार खड़गपुर झील में पर्यावरण को बचाए रखे हैं.
वही सैलानियों ने बताया कि इस तरह के नजारे बहुत कम देखने मिलते है, सैलानी भी मानते हैं कि यह घूमने के लिए बहुत अच्छा जगह है.ठंड के मौसम में झील की प्राकृतिक खूबसूरती लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने लगती है और सैलानी प्राकृतिक खूबसूरती का दीदार करने पहुंच जाते है.हवेली खड़गपुर झील बिहार के मुंगेर जिला मुख्यालय से तकरीबन 45 किलोमीटर की दूरी पर हवेली खड़गपुर में स्थित है। यह झील बहुत ही प्रसिद्ध झील है। आपको बता दे की पूर्व बिहार के खूबसूरत पिकनिक स्पॉटों में एक खड़गपुर झील सैलानियों की पहली पसंद है। वही चारों तरफ सुंदर पहाड़ों के बीच स्थित यह झील प्रकृति की सुंदरता का एक नमूना है। वही यह पर्यटल स्थल पर पहाड़ों के बीच एक बांध बनाया गया है जिससे इस झील का पानी नदी में प्रवाहिक किया जाता है। वही बताते चलें कि खड़गपुर झील को किसानों के लिए वरदान माना जाता है। क्योंकि सिंचाई के लिए यह पानी का भंडार है। जिससे यहां के किसान खड़गपुर झील के पानी से ही ज्यादातर निर्भर रहते हैं।
वही बताते चलें कि मुंगेर, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, खगड़िया, भागलपुर, बांका जिला सहित आसपास के कई जिलों से भी लोग झील पर पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं लेकिन खड़गपुर झील को अभी भी सरकार के द्वारा पर्यटन स्थल घोषित नहीं किया गया है। जिससे की यहां के लोगों को खड़गपुर झील को अभी भी पर्यटन स्थल घोषित किए जाने का इंतजार है। वही लोगों ने बताया कि अगर सरकार के द्वारा खरगपुर झील को पर्यटन अस्थल घोषित किया जाता है तो यहां के गरीब व बेरोजगार युवा को रोजगार भी मिलेगा। वही बता दें कि खड़गपुर झील में पिकनिक मनाने वाले दूरदराज से आए लोग पिकनिक स्पॉट का आनंद उठाने के बाद शाम ढलते ही वापस लौट जाते हैं क्योंकि यहां रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। बही सैलानियों ने बताया कि हम लोग हर साल यहां घूमने के लिए आते रहते हैं लेकिन कोरोना को लेकर कई साल नही आ पाए थे। लेकिन इस बार आए हैं तो काफी बदलाव यहां दिख रहा है। सैलानियों ने सरकार से मांग किया है कि इसे और भी बेहतर बनाया जाए और यहां रहने की व्यवस्था भी की जाए ताकि दूरदराज से आने वाले लोगों को कोई परेशानी ना हो।