मुंगेर में माओवादी संगठन को लगा बड़ा झटका , मुंगेर में झारखंड का 2 लाख का इनामी हार्ड कोर नक्सली भोला कोड़ा ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। जो पिछले 10 वर्षों से कई नक्सली कांडों में फरार चल रहा था। और वह कई पुलिस के साथ मुठभेड़ों में अहम भूमिका निभा चुका था। अब सरकार इसे सरेंडर पॉलिसी के तहत कई लाभ देगी। मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी है।
जंगलों में ऑपरेशन के बाद मिला यह नतीजा
दरअसल जानकारी के अनुसार मुंगेर पुलिस और बिहार एसटीएफ टीम द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ जंगलों में अभियान चलाया जा रहा है । इसी दौरान 5 जुलाई 2025 को भी टीम ने राजासराय के जंगलों में विशेष टीम से नक्सलियों के साथ मुठभेड हुआ था।। जिसमें नक्सली रात का अंधेरा और घने जंगलों का सहारा लेकर भागने में सफल रहा था । लेकिन विशेष टीम की कार्रवाई जारी रही । कर्मंतरी एवं सवासीन के जंगलों में तीव्रता से संचालित दबिश अभियानों के कारण हार्डकोर नक्सली भोला कोड़ा उर्फ विकास दा उर्फ रोहित कोड़ा ने सरकार के द्वारा उग्रवादियों के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया ।
बोलेरो मुठभेड़ से बचा अब पुलिस के शिकंजे में है
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि भोला कोड़ा मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के पेसरा निवासी मनोज कोड़ा उर्फ बुधु कोड़ा का पुत्र है।। भोला कोड़ा नक्सली कमांडर प्रवेश दा उर्फ परवेज दा के दस्ता का प्रमुख सदस्य रहा है । उस पर मुंगेर, लखीसराय, जमुई के अलावे झारखंड के बोकारों में एक दर्जन से अधिक नक्सली मामला दर्ज है । अप्रैल 2025 में झारखंड के बोकारों में पुलिस से मुठभेड़ में आठ नक्सली मारा गया था । जिसमें भोला कोड़ा किसी तरह से जान बचाकर भाग निकला था । सरेंडर के बाद उसके निशान देहि पर सबासनी जंगल से हथियार , नक्सल साहित्य ऑटबैनयनकै चीजों को पुलिस ने बरामद किया है।
अब बिहार सरकार के द्वारा उग्रवादी सरेंडर नीति के तहत मुख्य धारा में जोड़कर कई योजनाओं का लाभ दिया जाएगा । जिससे वह समाज में एक सामान्य जीवन जी सके। यह नीति नक्सलवाद की जड़ों को खत्म करने में काफी असरदार साबित हो रही है।
इसके ऊपर मुंगेर, जमुई , लखीसराय और झारखंड में कई नक्सली कांड भी दर्ज है।
मुंगेर SP का बयान
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि भोला कोरा का आत्मसमर्पण नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता है अब नक्सली संगठन बिखरने की कगार पर है SP सैयद इमरान मसूद ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में और भी नक्सली मुख्य धारा में लौटेंगे।