मुंगेर विश्वविद्यालय के भवन निर्माण को लेकर नोवागढ़ी में जोरदार प्रदर्शन

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आज दिनांक 17 अप्रैल 2025 को नोवागढ़ी क्षेत्र में एक ऐतिहासिक जन आंदोलन देखने को मिला, जब नोवागढ़ी सर्व दलीय संघर्ष समिति के बैनर तले मुंगेर विश्वविद्यालय के भवन निर्माण की मांग को लेकर एक विशाल पैदल मार्च निकाला गया। इस पैदल मार्च की शुरुआत भगत सिंह चौक, नोवागढ़ी से हुई जो नोवागढ़ी भगत चौकी होते हुए मस्जिद चौक तक पहुंची, जहां यह एक जनसभा में परिवर्तित हो गई।

नेतृत्व में समर्पण और प्रतिबद्धता

इस पैदल मार्च का नेतृत्व मंडलीय विकास संघर्ष मोर्चा, मुंगेर के संयोजक प्रो. विनय कुमार सुमन, संरक्षक नरेश सिंह यादव तथा नोवागढ़ी सर्व दलीय संघर्ष समिति के संयोजक रविंद्र मंडल ने किया। इनके नेतृत्व में आंदोलन ने अनुशासित और संगठित रूप में अपनी आवाज बुलंद की।

मुख्य मांगें और नारों की गूंजमार्च के दौरान छात्रों, नागरिकों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर जोरदार नारेबाजी की—

“मुंगेर विश्वविद्यालय का भवन निर्माण शीघ्र करना होगा!”

“विश्वविद्यालय को अन्यत्र ले जाने की साजिश नहीं चलेगी!”

“छात्र विरोधी शिक्षा नीति वापस लो, वापस लो!”

इन नारों ने क्षेत्र की जागरूकता और संघर्षशीलता को दर्शाया, और यह संकेत दिया कि जनता अब चुप बैठने को तैयार नहीं है।

मस्जिद चौक पर जनसभा का आयोजन

मार्च के समापन पर मस्जिद चौराहे पर एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता संघर्ष समिति के संयोजक रविंद्र मंडल ने की और संचालन अशोक चौधरी द्वारा किया गया। सभा में उपस्थित जनसमूह ने सरकार और प्रशासन से स्पष्ट रूप से विश्वविद्यालय भवन निर्माण की मांग दोहराई।

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प्रो. विनय कुमार सुमन का संबोधन: सात वर्षों की अनदेखी पर सवाल

सभा को संबोधित करते हुए मंडलीय विकास संघर्ष मोर्चा के संयोजक प्रो. विनय कुमार सुमन ने कहा कि मोर्चा के अथक प्रयासों के फलस्वरूप 18 मार्च 2018 को मुंगेर के आर.डी. एंड डी.जे. कॉलेज परिसर में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा मुंगेर विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया गया था। लेकिन दुखद है कि उद्घाटन के सात साल बाद भी भवन निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ प्रभावशाली जनप्रतिनिधि नहीं चाहते कि विश्वविद्यालय मुंगेर मुख्यालय के समीप बने।

राजनीतिक उपेक्षा पर तीखी प्रतिक्रिया

प्रो. सुमन ने उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें बेगूसराय में नया विश्वविद्यालय राष्ट्रकवि दिनकर के नाम पर स्थापित करने की चिंता है, लेकिन मुंगेर विश्वविद्यालय की उपेक्षा पर कोई ध्यान नहीं। यह साफ दर्शाता है कि मुंगेर को लगातार विकास की दौड़ में पीछे रखा जा रहा है।

अन्य विश्वविद्यालयों की प्रगति बनाम मुंगेर की उपेक्षा

सभा में मोर्चा के संरक्षक नरेश सिंह यादव ने भी मुंगेर की उपेक्षा पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के उद्घाटन के साथ ही उनके भवन निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिए गए जो अब प्रगति पर हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि मुंगेर के साथ सौतेला व्यवहार क्यों?

नोवागढ़ी में भवन निर्माण की अनिवार्यता

नोवागढ़ी सर्व दलीय संघर्ष समिति के संयोजक रविंद्र मंडल ने दो टूक कहा कि विश्वविद्यालय का भवन नोवागढ़ी में ही बनना चाहिए। उन्होंने बताया कि नोवागढ़ी में चयनित भूमि भौगोलिक दृष्टि से, सुरक्षा की दृष्टि से और यातायात की दृष्टि से सबसे उपयुक्त है। यदि शीघ्र निर्माण कार्य आरंभ नहीं किया गया, तो संघर्ष समिति उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

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जनसमर्थन और भागीदारी

पैदल मार्च और सभा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्य रूप से रामावतार पंडित, मुखिया प्रतिनिधि विकास कुमार यादव, अधिक लाल मंडल, योगेंद्र प्रसाद यादव उर्फ जोगी जी, रवि शंकर तांती, मोहम्मद कौसर फैयाज, शैलेंद्र शर्मा, प्रकाश चंद्र, मणि कुमार अकेला, पंकज कुमार दास, नवल किशोर यादव, क्षत्रिय पासवान, रंजीत यादव, लखन कुमार, ध्रुव कुमार सुधांशु, अनिल कुमार, सुनील कुमार समेत कई प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

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