मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत भूसा गली एक बार फिर सुर्खियों में है। बीती रात यहां उस समय हड़कंप मच गया जब कुछ अपराधियों ने इलाके में अपना वर्चस्व कायम करने और स्थानीय लोगों में भय पैदा करने के उद्देश्य से कई राउंड हवाई फायरिंग की। यह घटना देर रात को हुई जब अधिकांश लोग अपने घरों में विश्राम कर रहे थे। अचानक हुई गोलियों की आवाज ने पूरे मोहल्ले में दहशत फैला दी। लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में, त्वरित कार्रवाई में तीन गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस हरकत में आ गई और बिना समय गंवाए मौके पर पहुंची। वहां से पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को धर दबोचा। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान मुंगेर निवासी सन्नी कुमार, मोनू कुमार और करण कुमार के रूप में हुई है। पुलिस को मौके से एक पिस्टल और तीन खोखा भी बरामद हुए हैं, जो जमीन पर पड़े थे। इससे स्पष्ट है कि अपराधियों ने जानबूझकर इलाके में दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की योजना बनाई थी।
स्थानीय लोगों के विरोध पर भड़के अपराधी, शराब के अड्डे को लेकर था विवाद
पुलिस अधीक्षक (SP) सैयद इमरान मसूद ने इस पूरे मामले को लेकर अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि इन अपराधियों ने भूसा गली में एक बैठकी का स्थान बना रखा था, जहां रोजाना शराबखोरी होती थी और असामाजिक गतिविधियाँ चल रही थीं। जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया और पुलिस से इसकी शिकायत की, तो अपराधियों ने इस विरोध से बौखलाकर इलाके में फायरिंग कर दी।
इस फायरिंग का उद्देश्य सिर्फ दहशत फैलाना नहीं था, बल्कि यह दिखाने की कोशिश थी कि मोहल्ले में उनका ही राज चलता है और वे किसी की नहीं सुनते। इस मनोवृत्ति को लेकर ही उन्होंने खुलेआम फायरिंग की और जनता को डराने की कोशिश की।
गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास पहले से रहा है संदिग्ध
पुलिस द्वारा की गई शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि तीनों अपराधी पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। इनके खिलाफ पूर्व में भी कई मामले दर्ज हैं, जिनकी जानकारी खंगाली जा रही है। एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि पुलिस इन अपराधियों के पुराने रिकॉर्ड की पड़ताल कर रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि इनका संबंध किन-किन आपराधिक गिरोहों से रहा है।
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा, पुलिस की चौकसी तेज
इस घटना के बाद से ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। पूरे भूसा गली इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि यदि वे किसी भी तरह की आपत्तिजनक गतिविधि देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस का यह भी कहना है कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी मोहल्ले में अराजकता फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
निष्कर्ष: पुलिस की तत्परता से बड़ी वारदात टली, पर सवाल कायम
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि छोटे शहरों में भी अब असामाजिक तत्वों की सक्रियता कितनी बढ़ गई है। हालांकि, पुलिस की तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि समाज में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस प्रशासन को अब सतर्कता के साथ-साथ ऐसे अपराधियों पर लगातार निगरानी रखनी होगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।