मुंगेर के प्रसिद्ध श्रीकृष्ण सेतु पुल पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दो ट्रकों के बीच जोरदार टक्कर हो गई, जिससे दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि दोनों ट्रकों के चालक और उपचालक इस दुर्घटना में सुरक्षित बच गए। इस घटना से पुल पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया, जिससे अन्य वाहनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कैसे हुआ हादसा
घटना के संबंध में एक ट्रक चालक ने बताया कि उसके ट्रक का टायर अचानक फट गया था, जिससे ट्रक को मजबूरन पुल के किनारे खड़ा करना पड़ा। ट्रक का उपचालक पंचर बनवाने के लिए चला गया था, और चालक ट्रक के अंदर बैठकर उसके लौटने का इंतजार कर रहा था। तभी एक अन्य ट्रक तेज रफ्तार में पीछे से आया। बताया जा रहा है कि उस ट्रक का चालक नींद में था और उसने नियंत्रण खो दिया, जिससे उसने सड़क के किनारे खड़े ट्रक को जोरदार टक्कर मार दी। इस टक्कर में ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन संयोगवश चालक और उपचालक को किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई।
दूसरे ट्रक चालक की प्रतिक्रिया
वहीं, दूसरे ट्रक चालक ने बताया कि वह शेखपुरा से गिट्टी लोड कर सहरसा जा रहा था। जब वह श्रीकृष्ण सेतु पुल पर पहुँचा, तो देखा कि एक ट्रक पहले से खड़ा था। इसी दौरान सामने से भी एक ट्रक आ रहा था। दोनों ट्रकों को टक्कर से बचाने के क्रम में उसने अपने ट्रक को किनारे लगाने की कोशिश की, लेकिन संकरी सड़क और तेज गति के कारण उसका ट्रक पहले से खड़े ट्रक से जा टकराया। इस टक्कर में दोनों ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
हादसे के बाद पुल पर यातायात बाधित
इस दुर्घटना के बाद कुछ समय के लिए श्रीकृष्ण सेतु पुल पर यातायात प्रभावित हुआ। टक्कर के कारण ट्रकों के क्षतिग्रस्त हिस्से सड़क पर फैल गए, जिससे अन्य वाहनों को भी दिक्कत हुई। स्थानीय लोगों और पुलिस की सहायता से क्षतिग्रस्त ट्रकों को हटाया गया और यातायात सुचारू रूप से चालू किया गया।
पुल पर बढ़ते हादसे, प्रशासन की उदासीनता
स्थानीय लोगों ने बताया कि श्रीकृष्ण सेतु पुल पर आए दिन इस तरह की दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। कई बार ट्रक चालक लापरवाही बरतते हैं और तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं, जिससे हादसे की संभावना बनी रहती है। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुल पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं है और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों ने मांग की है कि पुल पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो और भारी वाहनों की गति सीमा तय की जाए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
भाग्य से बच गए चालक और उपचालक
हालांकि इस भीषण टक्कर में दोनों ट्रकों के चालक और उपचालक किसी बड़ी अनहोनी से बच गए, लेकिन इस दुर्घटना ने एक बार फिर पुल पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि ट्रक के अंदर चालक और उपचालक मौजूद होते या कोई अन्य वाहन उनकी चपेट में आ जाता, तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।
प्रशासन को उठाने चाहिए ठोस कदम
इस घटना के बाद प्रशासन को चाहिए कि वह श्रीकृष्ण सेतु पुल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे। ट्रक चालकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर रात के समय जब नींद की वजह से दुर्घटनाएँ बढ़ जाती हैं। दुर्घटना के कारणों की पूरी जाँच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर लापरवाह चालकों पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
निष्कर्ष
मुंगेर के श्रीकृष्ण सेतु पुल पर हुई इस दुर्घटना में भले ही किसी की जान नहीं गई, लेकिन यह एक बड़ी चेतावनी है कि यदि ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया गया और प्रशासन ने सख्ती नहीं बरती, तो भविष्य में ऐसे हादसे और भी गंभीर रूप ले सकते हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए पुल पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना बेहद आवश्यक हो गया है।