मुंगेर पुलिस ने हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कारवाई की है। जिसमे मुफस्सिल थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर हथियार तस्कर के घर पर छापेमारी कर 5 पिस्टल, 6 देशी कट्टा, 1 कार्बाइन, 13 जिंदा कारतूस ,एवं हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया है। साथ ही उनके पास से 65 हजार रूपया नगद भी बरामद किया गया है। मुंगेर एसपी जगूनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया है। और उन्होंने कहा कि हथियार तथा उसके पार्ट की होलसेल में सप्लाई करता था हथियार तस्कर।
रिपोर्ट – रोहित कुमार
दरअसल मुंगेर पुलिस ने हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 पिस्टल 6 देसी कट्टा और कारतूस के साथ एक हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। वही इस मामले का पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेउ्डी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि मुफस्सिल थानाध्यक्ष दलजीत झा को सूचना मिली कि एक हथियार तस्कर मुंगेर से हथियार लेकर खगड़िया डिलिवरी देने जा रहा है. जिसके बाद थाना पुलिस के द्वारा श्रीकृष्ण सेतु एप्रोच पथ पर स्थित पुलिस पिकेट के समीप वाहन चेकिंग के दौरान एक मोटर साइकिल सवार को पकड़ा।
जिसकी तलाशी लेने पर उनके पास से 1 पिस्टल एवं 13 जिंदा कारतूस बरामद किया गया । तस्कर की पहचान बाकरपुर गांव निवासी मो. शमशेर का पुत्र मो. सिमरन उर्फ राजु के रूप में हुआ। जो हथियार की डिलिवरी करने खगड़िया जा रहा था. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर जब उसके घर पर छापेमारी की. जहां से 5 पिस्टल, 6 देशी कट्टा, 1 कार्बाइन, 65 हजार रूपया नगद, 2 बैरल, 11 अर्धनिर्मित मैगजीन, 5 ड्रील मशीन, 1 ग्राइंडर मशीन एवं 20 पीस छोटे-छोटे हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया।
मुंगेर एसपी जगूनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर ने बताया कि वह हथियारों की डिलिवरी करता है. जिन हथियार कारोबारी से पिस्टल व अन्य हथियार खरीदा था. उन दोनों का भी नाम बताया. इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार सिमरन सउदी अरब में रहता था. जहां वह इलेक्ट्रिक का काम करता था।
वही वह डेढ साल पहले गांव वापस लौटा था. वहां से जो रूपया कमा कर वह आया उससे हथियारों के अवैध कारोबार को पैसा कमाने का अपना जरिया बनाया। वह मुंगेर जिला और आसपास के हथियार निर्माताओं को हॉल सेल में रॉ मटेरियल सप्लाई कर हथियार बनावा स्वय उससे खिदारी कर स्टॉक जमा कर उसे बाहर सप्लाई करता था। जिसके नेटवर्क का भी खुलासा हो गया है । जल्द ही सभी सलाखों के पीछे होगें।