मुंगेर, जो देशभर में अवैध हथियार निर्माण के काले बाजार के लिए कुख्यात रहा है, एक बार फिर पुलिस की बड़ी कार्रवाई के चलते सुर्खियों में आ गया है। जिले के एसपी सैय्यद इमरान मसूद के नेतृत्व में एक व्यापक अभियान चलाया गया, जिसका उद्देश्य अवैध हथियार निर्माताओं और तस्करों की गतिविधियों पर रोक लगाना था। इस अभियान के तहत तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर दो मिनी गन फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया गया है।
जमालपुर में सबसे बड़ी छापेमारी, मिनी फैक्ट्री का खुलासा
सबसे पहले जमालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर बस्ती में पुलिस ने भरत सिंह के घर पर छापा मारा। यहां दो मिनी गन फैक्ट्रियां संचालित हो रही थीं। इस छापेमारी में भरत सिंह का पुत्र ब्रजेश कुमार सिंह उर्फ कारो सिंह, फाइनेंसर रवि शर्मा और रेहान उर्फ बिट्टू को रंगे हाथों फैक्ट्री संचालित करते हुए पकड़ा गया।
बरामद सामग्री में शामिल हैं:
19 अर्द्धनिर्मित देशी कट्टा
9 अर्द्धनिर्मित बैरल
1 हेवी लेथ मशीन
1 हेवी मिलिंग मशीन
5 मोबाइल फोन
2 मोटरसाइकिल
भारी मात्रा में हथियार निर्माण के औजार
यहां से बरामद औजार और मशीनें इस बात का स्पष्ट प्रमाण थीं कि यहां हथियार निर्माण का काम लंबे समय से सुनियोजित ढंग से चल रहा था।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चकहासिम में दूसरी बड़ी बरामदगी
दूसरी छापेमारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चकहासिम में की गई, जहां मो० शब्बीर हसन उर्फ टीपू को गिरफ्तार किया गया। यह व्यक्ति पहले से ही पुलिस के रडार पर था।
यहां से बरामद वस्तुएं थीं:
- 2 लाख रुपए नगद
- 3 देशी पिस्टल
- 1 रिवॉल्वर
- 1 देशी कट्टा
- 5 अर्द्धनिर्मित पिस्टल
- 16 जिंदा कारतूस
- 3 मोबाइल फोन
इस बरामदगी से यह संकेत मिलता है कि टीपू न केवल निर्माण कार्य में शामिल था बल्कि हथियारों की बिक्री और वितरण में भी सक्रिय था।
कासिम बाजार क्षेत्र में तीसरी गिरफ्तारी
तीसरी कार्रवाई कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मनसरी तल्ला में की गई। यहां धरम कुमार के घर पर छापा मारा गया और उसे गिरफ्तार किया गया।
यहां पुलिस ने बरामद किया:
- 6 अर्द्धनिर्मित पिस्टल
- बैरल सहित हथियार
- 1 पिस्टल जिसमें मैगजीन लगा हुआ था
- 1 अतिरिक्त खाली मैगजीन
- 2 मोबाइल फोन
इस स्थान से बरामद सामग्री से यह साफ हो गया कि धरम कुमार भी अवैध हथियार निर्माण के बड़े रैकेट का हिस्सा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने दी जानकारी
पूरे अभियान की जानकारी मुंगेर एसपी सैय्यद इमरान मसूद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई और यह एक पूर्व नियोजित ऑपरेशन का हिस्सा थी। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध हथियार के कारोबार को जड़ से खत्म करने की दिशा में यह एक निर्णायक कदम है।
पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप
इस कार्रवाई से जिले भर में हड़कंप मच गया है। पुलिस की तत्परता और योजनाबद्ध ऑपरेशन से यह साफ है कि अब अवैध हथियारों का निर्माण और तस्करी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पांच लोगों की गिरफ्तारी और भारी मात्रा में बरामद हथियार इस बात की तस्दीक करते हैं कि पुलिस अपने मिशन में गंभीरता से लगी हुई है।