रविवार की शाम मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलवा घाट के समीप एक दर्दनाक सड़क हादसा घटित हुआ। एक अनियंत्रित स्कॉर्पियो वाहन ने दो राहगीरों को टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। यह वाहन डीसीएलआर हवेली खड़गपुर का बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो अचानक तेज रफ्तार में मोड़ काटते हुए बेलवा घाट के पास खड़े लोगों से जा टकराई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई।
घायलों की पहचान और स्थिति
हादसे में घायल व्यक्तियों की पहचान बेलवा घाट निवासी 40 वर्षीय लक्ष्मी महतो और 14 वर्षीय छोटी कुमारी के रूप में की गई है। जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी महतो अपनी परिवार सहित एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए बरियारपुर जा रहे थे। वे सड़क किनारे खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। उनके साथ खड़ी छोटी कुमारी, जो संभवतः रिश्तेदार थी, भी इस हादसे का शिकार हो गई।
कैसे हुआ हादसा?
स्थानीय लोगों के अनुसार, स्कॉर्पियो वाहन पर डीसीएलआर खड़गपुर का बोर्ड लगा हुआ था और वाहन अनियंत्रित होकर तीव्र गति में टर्न लेते हुए सड़क किनारे खड़े लोगों से टकरा गया। यह हादसा इतनी तेजी से हुआ कि लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। वाहन की चपेट में आने से लक्ष्मी महतो और छोटी कुमारी सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों की तत्परता से मिली मदद
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों घायलों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया। मौके पर उपस्थित भीड़ ने वाहन चालक को पकड़ लिया और उसकी जमकर मारपीट भी की। लोगों का गुस्सा वाहन पर लिखे सरकारी पहचान पत्र को देखकर और भड़क गया, क्योंकि एक सरकारी अधिकारी के नाम की गाड़ी से इस तरह की लापरवाही की उम्मीद नहीं की जाती।
पुलिस की कार्रवाई और बयान
घटना की सूचना मिलते ही कासिम बाजार थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि दोनों घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज जारी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है, हालांकि अभी तक घायलों की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
लापरवाही या दुर्घटना – जांच जारी
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सरकारी वाहन का इस प्रकार अनियंत्रित होकर लोगों को कुचल देना लापरवाही की गंभीर मिसाल है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हादसा ड्राइवर की गलती से हुआ या तकनीकी खराबी के कारण। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और आवश्यकता पड़ने पर वाहन की तकनीकी जांच भी कराई जाएगी।
स्थानीय जनता में रोष
इस हादसे के बाद स्थानीय जनता में भारी रोष देखा गया। लोगों का कहना है कि बेलवा घाट के आसपास सड़क सुरक्षा के इंतज़ाम नाकाफी हैं। न तो वहां पर कोई ट्रैफिक संकेतक है, न ही पुलिस की नियमित पेट्रोलिंग होती है। लोग मांग कर रहे हैं कि इस क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।