मुंगेर में इस कड़कड़ाती ठंड में सबसे ज्यादा दिक्कत या तो वृद्ध को या तो छोटे बच्चों को होती है। पर खास कर इस ठंड में बचाने की ज्यादा आवश्यकता है छोटे और नवजात बच्चों की। अन्यथा इस ठंड में उनकी तबियत खराब होते देर नहीं लगती है।
दरअसल मुंगेर में लगातार ठंड अपना कहर बरपा रहा है। इस ठंड ने लोगों के जीवन को अस्तव्यस्त कर रखा है। ठंड को देखते हुए बच्चों की स्कूलों में या तो छुट्टी दे दी गई। या समय बदल दिया गया है। और इस शीतलहरी वाले ठंड में सबसे ज्यादा परेशानी नवजातों और छोटे बच्चों को हो रही है।
परिवार वाले भी लगातार बच्चों को ठंड से बचाने का प्रयास कर रहे है। पर बच्चों को ठंड से कैसे बचाए जाय उन्हें सही ढंग से नहीं पता है। जिस कारण बच्चे ठंड का शिकार हो जाते है । और वे बीमार पड़ जाते है । जिसे फिर डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता होती है।
हाल यह है कि शिशु रोग विशेषज्ञ के यहां बच्चों को दिखाने के लिए लंबी लाइन लगी हुई है । शहर के प्रमुख शिशु रोग विषेषज्ञ डॉ अजय ने बताया कि कैसे नवजात और छोटे बच्चों को इस ठंड से बचाया जाय। ताकि कोई बच्चा बीमार न पड़े । साथ ही बताया कि बच्चों को बिना गर्म कपड़ों के बाहर जाने ने दे । अगर बच्चे दूध पीना कम कर दे या ज्यादा बुखार हो जाय तो उसे तुरंत डॉक्टर से दिखाएं।