मुंगेर जिला के 143 छठ घाटों में से जिला प्रशासन ने 68 छठ घाटों को किया खतरनाक घाट घोषित। प्रशासन ने घरों व सुरक्षित स्थलों पर छठ मनाने की अपील की।
बाढ़ के कारण बदली घाटों की स्थिति
दरअसल मुंगेर में हाल ही में आई बाढ़ के कारण इस बार मुंगेर जिले के गंगा घाटों की स्थिति काफी खराब हो गई है। कई घाटों पर दलदल और गहराई बढ़ जाने से जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से जिले के 143 छठ घाटों में से 68 छठ घाटों को खतरनाक घोषित किया है।
किन प्रखंडों में कितने घाट खतरनाक घोषित
मुंगेर सदर अनुमंडल के अंतर्गत चार प्रखंडों में कुल 35 घाट खतरनाक घोषित किए गए हैं। जिनमें धरहरा प्रखंड के 15, मुंगेर सदर के 9, जमालपुर के 6 और बरियारपुर प्रखंड के 5 घाट शामिल हैं। वही इस को लेकर मुंगेर जिलाधिकारी निखिल धनराज ने छठव्रतियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे खतरनाक घोषित घाटों पर न जाएं और अपने-अपने घरों या सुरक्षित स्थलों पर ही छठ महापर्व मनाएं। साथ ही उन्होंने घाटों पर आतिशबाजी नहीं करने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की भी अपील की है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष निर्देश
प्रशासन ने यह भी कहा है कि वृद्धजनों व दिव्यांगजनों को पहचान हेतु मोबाइल नंबर व पता लिखकर दें, तथा छोटे बच्चों के जेब या लॉकेट में घर का पता और मोबाइल नंबर अवश्य रखें। साथ ही, घाटों को स्वच्छ रखें, अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अधिकृत पदाधिकारी या स्वयंसेवकों से संपर्क करें।
